CTET Syllabus in Hindi (सीटेट सिलेबस )
जो अभ्यर्थी CTET की तैयारी कर रहे हैं वे सभी लोग CTET Syllabus in Hindi यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं या पढ़ सकते हैं। किसी भी परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने के लिए उस परीक्षा के सिलेबस को जान लेना अति आवश्यक है। CTET Syllabus के माध्यम से अभ्यर्थी यह जान सकते हैं की CTET की परीक्षा में कहाँ कहाँ से प्रश्न पूछे जाते हैं।
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CTET Kya Hai (सीटेट क्या है?)
CTET (सीटेट) केंद्र या राज्य सरकार के अंतर्गत आने वाले स्कूलों और विद्यालयों में नियुक्त किए जाने वाले अध्यापकों के लिए आयोजित की जाने वाली एक केंद्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा (Central Teacher Eligibility Test) है। यह पात्रता परीक्षा कक्षा 1 से लेकर के कक्षा 8 तक के अध्यापकों के लिए आयोजित कराई जाती है । यह पात्रता परीक्षा केंद्र सरकार की एक महत्वपूर्ण संस्था सीबीएसई (CBSE) के द्वारा आयोजित कराई जाती है । इस पात्रता परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाले सभी अभ्यर्थी देश में विभिन्न सरकारी स्कूलों के लिए आयोजित कराई जाने वाली भर्ती प्रक्रिया (जैसे - केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले विभिन्न विद्यालय और अन्य केंद्र और राज्य सरकार के अंतर्गत आने वाले विद्यालय) में शामिल होने के लिए पात्र हैं। सीटेट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद एक सर्टिफिकेट (प्रमाण पत्र) प्रदान किया जाता है।
CTET परीक्षा पैटर्न
CTET (सीटेट) की परीक्षा दो पेपर में विभाजित है। जिसमें से पहला पेपर कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के अभ्यर्थियों के लिए आयोजित किया जाता है । वहीं दूसरा पेपर कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के अभ्यर्थियों के लिए आयोजित कराया जाता है।
Paper -1 (Class 1-5)
- इस परीक्षा में इस वर्ग के अभ्यर्थियों से बहुविकल्पीय प्रकार के 150 प्रश्न पूछे जाएंगे ।
- यह परीक्षा Online माध्यम से आयोजित की जाएगी।
- इस परीक्षा की अवधि 2:30 मिनट होगी ।
- इस परीक्षा के लिए कोई भी Negative Marking नहीं रखी गयी है। यानि अगर आप किसी प्रश्न का गलत उत्तर देते हैं तो उसके बदले सही उत्तर नहीं काटा जाएगा। इसका मतलब ये है कि आप तुक्का मार (Guess )सकते हैं।
- यहाँ अगर भाषा के चयन कि बात करें तो आप पहली भाषा के अंतर्गत English/Sanskrit का चयन अपनी सुविधानुसार कर सकते हैं।
CTET Syllabus paper -1 in Hindi (सीटेट सिलेबस)-
1. बाल विकास और अध्यापन (30)
(A) बाल विकास (प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक के लिए)
- विकास की अवधारणा तथा अधिगम के साथ उनका संबंध।
- बालक विकास के सिद्धांत।
- अनुवांशिकता और पर्यावरण का बालक पर प्रभाव।
- सामाजीकरण की प्रक्रिया- विश्व समाज और बालक (शिक्षक अभिभावक एवं समाज के अन्य सदस्यगण)।
- पियाजे, कोहलबर्ग और वागोवस्की के सिद्धांत।
- बाल केंद्रित तथा परगामी शिक्षा की अवधारणा ।
- बौद्धिकता निर्माण संबंधी विवेक चित संदर्भ।
- भाषा और चिंतन।
- समाज निर्माण के रूप में लिंग: लैंगिक भूमिकाएं, पूर्वाग्रह और शैक्षणिक व्यवहार संबंधी प्रश्न।
- शिक्षार्थियों के बीच व्यक्तिगत विभेद, भाषा, जाति, लिंग, समुदाय और धर्म विषय पर विभेदों का मनन।
- अधिगम के लिए मूल्यांकन और अधिगम का मूल्यांकन के बीच अंतर: विद्यालय आधारित मूल्यांकन
- शिक्षार्थियों की तैयारी: कक्षा में शिक्षण और विवेचनात्मक चिंतन तथा शिक्षार्थी की उपलब्धि के लिए उपयुक्त प्रश्न पत्र की तैयारी।
(B) समावेशी शिक्षा की अवधारणा तथा विशेष आवश्यकता वाले बालकों को समझना (5 प्रश्न)
- गैर लाभ-प्रद और अवसर से वंचित शिक्षार्थियों सहित विभिन्न पृष्ठभूमि से आए शिक्षार्थी की आवश्यकताओं को समझना।
- अधिगम संबंधी समस्याएं, कठिनाई वाले बालकों की आवश्यकताओं को समझना।
- मेधावी, सृजनशील, विशिष्ट प्रतिभावन शिक्षार्थी की आवश्यकताओं को समझना।
(C) सिखाना एवं अध्यापन (10 प्रश्न)
- बालक किस प्रकार सीखते और सोचते हैं? बालक व विद्यालय प्रदर्शन में सफलता प्राप्त करने में कैसे और क्यों असफल होते हैं
- अधिगम और अध्यापन की बुनियादी प्रक्रिया, बालको की अधिगम कार्य नीतियां, सामाजिक क्रिया का लाभ के रूप में अधिगम, अधिगम में सामाजिक संदर्भ।
- एक समस्या समाधान करता और एक वैज्ञानिक अन्वेषक के रूप में बालक।
- बौध एवं संवेदनाएं।
- प्रेरणा एवं अधिगम।
- बालकों में अधिगम की वैकल्पिक संकल्पना, अधिगम प्रक्रिया में महत्वपूर्ण चरणों के रूप में बालक की त्रुटियों को समझना।
2- भाषा -1 (Language -1) (30 प्रश्न)
(A) भाषा बोधगम्यता (15 प्रश्न)
- अनदेखे अनुच्छेदों को पढ़ना- 2 अनुच्छेदों, एक गद्य अथवा नाटक और एक कविता, जिसमें बोधगम्यता, निष्कर्ष, व्याकरण और मौखिक योग्यता से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
- शिक्षण पर आधारित भाषा विकास।
- सीखना और ज्ञान अर्जित करना।
- विवरणात्मक भाषा शिक्षण।
- सुनने और बोलने की भूमिका: भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार उपयोग में लेते हैं।
(B) भाषा विकास का अध्यापन (15 प्रश्न)
- अधिगम और अर्जन
- भाषा अध्यापन के सिद्धांत
- सुनने और बोलने की भूमिका: भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं
- मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर निर्णायक संघर्ष।
- एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां- भाषा की कठिनाइयां, त्रुटियां और विकार।
- भाषा कौशल।
- भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करना बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना।
- अध्यापन अधिगम सामग्रियां- पाठ्यपुस्तक, मल्टीमीडिया सामग्री, कक्षा का बहु भाषाई संसाधन
- उपचारात्मक अध्यापन।
3- भाषा -2 (Language -2) (30 प्रश्न)-
(A) भाषा बोधगम्यता (15 प्रश्न)
- 2 अनोखे गद्य अनुच्छेद( तर्क मूलक अथवा साहित्यिक अथवा वर्णनात्मक अथवा वैज्ञानिक) जिनमें बोधगम्यता, निष्कर्ष, व्याकरण और मौखिक योग्यता से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं
(B) भाषा विकास का अध्यापन (15 प्रश्न)
- अधिगम और अर्जन
- भाषा अध्यापन के सिद्धांत
- सुनने और बोलने की भूमिका: भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं
- मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर निर्णायक संघर्ष।
- एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां- भाषा की कठिनाइयां, त्रुटियां और विकार।
- भाषा कौशल।
- भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करना बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना।
- अध्यापन अधिगम सामग्रियां- पाठ्यपुस्तक, मल्टीमीडिया सामग्री, कक्षा का बहु भाषाई संसाधन
- उपचारात्मक अध्यापन।
4- गणित (Mathematics) (30 प्रश्न)-
(A) विषय - वस्तु (15 प्रश्न)
- ज्यामिति, आकार और स्थानिक समझ
- हमारे चारों ओर विद्यमान ठोस पदार्थ
- संख्याएं
- जोड़ना और घटाना, गुणा करना, विभाजन करना (भाग )
- मापन, भार, समय परिमाण आंकड़ा प्रबंधन, राशि।
(B) गणित अध्यापन संबंधी मुद्दे (15 प्रश्न)-
- गणितीय/ तार्किक चिंतन की प्रकृति: बालक के चिंतन एवं तर्कशक्ति पैटरनो तथा अर्थ निकालने और अधिगम की कार्य नीतियों को समझना
- पाठ्य चर्चा में गणित का स्थान
- गणित की भाषा
- सामुदायिक गणित
- औपचारिक एवं अनौपचारिक पद्धतियों के माध्यम से मूल्यांकन
- त्रुटि विश्लेषण तथा अधिगम एवं अध्यापन के प्रासंगिक पहलू
- नैदानिक एवं उपचारात्मक शिक्षण।
5- पर्यावरण अध्ययन (Environment Studies) (30 प्रश्न)-
(A) विषय - वस्तु (15 प्रश्न)
- परिवार और मित्र
- संबंध
- कार्य और खेल
- पशु पौधे
- भोजन
- आश्रय
- पानी
- भ्रमण
- वे चीजें जो हम बनाते हैं और करते हैं
(B) पर्यावरण अध्यापन संबंधी मुद्दे (15 प्रश्न)-
- पर्यावरण संबंधी अध्ययन की अवधारणा और व्याप्ति
- पर्यावरण संबंधी अध्ययन का महत्व
- एकीकृत पर्यावरण संबंधी अध्ययन
- पर्यावरणीय अध्ययन एवं पर्यावरणीय शिक्षा
- अधिगम सिद्धांत
- विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की व्याप्ति और संबंध
- अवधारणा प्रस्तुत करने की दृष्टिकोण
- क्रियाकलाप
- प्रयोग/ व्यवहारिक कार्य
- चर्चा
- शिक्षण सामग्री/ उपकरण
- समस्याएं
द्वितीय प्रश्न पत्र (Paper -2) (Class 6-8)
- इस वर्ग में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के लिए भी 150 प्रश्नों की बहुविल्पीय प्रकार की परीक्षा होगी ।
- यह परीक्षा Online माध्यम से आयोजित की जाएगी।
- इसके लिए 2:30 घंटों का समय निर्धारित किया गया है ।
- इस पेपर में भी कोई Negative Marking नहीं है यानि अगर आप किसी प्रश्न का गलत उत्तर देते हैं तो उसके लिए आपका सही उत्तर नहीं काटा जाएगा।
1. बाल विकास और अध्यापन (30)
(A) बाल विकास (प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक के लिए)
- विकास की अवधारणा तथा अधिगम के साथ उनका संबंध।
- बालक विकास के सिद्धांत।
- अनुवांशिकता और पर्यावरण का बालक पर प्रभाव।
- सामाजीकरण की प्रक्रिया- विश्व समाज और बालक (शिक्षक अभिभावक एवं समाज के अन्य सदस्यगण)।
- पियाजे, कोहलबर्ग और वागोवस्की के सिद्धांत।
- बाल केंद्रित तथा परगामी शिक्षा की अवधारणा ।
- बौद्धिकता निर्माण संबंधी विवेक चित संदर्भ।
- भाषा और चिंतन।
- समाज निर्माण के रूप में लिंग: लैंगिक भूमिकाएं, पूर्वाग्रह और शैक्षणिक व्यवहार संबंधी प्रश्न।
- शिक्षार्थियों के बीच व्यक्तिगत विभेद, भाषा, जाति, लिंग, समुदाय और धर्म विषय पर विभेदों का मनन।
- अधिगम के लिए मूल्यांकन और अधिगम का मूल्यांकन के बीच अंतर: विद्यालय आधारित मूल्यांकन
- शिक्षार्थियों की तैयारी: कक्षा में शिक्षण और विवेचनात्मक चिंतन तथा शिक्षार्थी की उपलब्धि के लिए उपयुक्त प्रश्न पत्र की तैयारी।
(B) समावेशी शिक्षा की अवधारणा तथा विशेष आवश्यकता वाले बालकों को समझना (5 प्रश्न)
- गैर लाभ-प्रद और अवसर से वंचित शिक्षार्थियों सहित विभिन्न पृष्ठभूमि से आए शिक्षार्थी की आवश्यकताओं को समझना।
- अधिगम संबंधी समस्याएं, कठिनाई वाले बालकों की आवश्यकताओं को समझना।
- मेधावी, सृजनशील, विशिष्ट प्रतिभावन शिक्षार्थी की आवश्यकताओं को समझना।
(C) सिखाना एवं अध्यापन (10 प्रश्न)
- बालक किस प्रकार सीखते और सोचते हैं? बालक व विद्यालय प्रदर्शन में सफलता प्राप्त करने में कैसे और क्यों असफल होते हैं
- अधिगम और अध्यापन की बुनियादी प्रक्रिया, बालको की अधिगम कार्य नीतियां, सामाजिक क्रिया का लाभ के रूप में अधिगम, अधिगम में सामाजिक संदर्भ।
- एक समस्या समाधान करता और एक वैज्ञानिक अन्वेषक के रूप में बालक।
- बौध एवं संवेदनाएं।
- प्रेरणा एवं अधिगम।
- बालकों में अधिगम की वैकल्पिक संकल्पना, अधिगम प्रक्रिया में महत्वपूर्ण चरणों के रूप में बालक की त्रुटियों को समझना।
2- भाषा -1 (Language -1) (30 प्रश्न)
(A) भाषा बोधगम्यता (15 प्रश्न)
- अनदेखे अनुच्छेदों को पढ़ना- 2 अनुच्छेदों, एक गद्य अथवा नाटक और एक कविता, जिसमें बोधगम्यता, निष्कर्ष, व्याकरण और मौखिक योग्यता से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
- शिक्षण पर आधारित भाषा विकास।
- सीखना और ज्ञान अर्जित करना।
- विवरणात्मक भाषा शिक्षण।
- सुनने और बोलने की भूमिका: भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार उपयोग में लेते हैं।
(B) भाषा विकास का अध्यापन (15 प्रश्न)
- अधिगम और अर्जन
- भाषा अध्यापन के सिद्धांत
- सुनने और बोलने की भूमिका: भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं
- मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर निर्णायक संघर्ष।
- एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां- भाषा की कठिनाइयां, त्रुटियां और विकार।
- भाषा कौशल।
- भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करना बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना।
- अध्यापन अधिगम सामग्रियां- पाठ्यपुस्तक, मल्टीमीडिया सामग्री, कक्षा का बहु भाषाई संसाधन
- उपचारात्मक अध्यापन।
3- भाषा -2 (Language -2) (30 प्रश्न)-
(A) भाषा बोधगम्यता (15 प्रश्न)
- 2 अनोखे गद्य (Unique paragraphs) अनुच्छेद ( तर्क मूलक अथवा साहित्यिक अथवा वर्णनात्मक अथवा वैज्ञानिक) जिनमें बोधगम्यता, निष्कर्ष, व्याकरण और मौखिक योग्यता से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं
(B) भाषा विकास का अध्यापन (15 प्रश्न)
- अधिगम और अर्जन
- भाषा अध्यापन के सिद्धांत
- सुनने और बोलने की भूमिका: भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं
- मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर निर्णायक संघर्ष।
- एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां- भाषा की कठिनाइयां, त्रुटियां और विकार।
- भाषा कौशल।
- भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करना बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना।
- अध्यापन अधिगम सामग्रियां- पाठ्यपुस्तक, मल्टीमीडिया सामग्री, कक्षा का बहु भाषाई संसाधन
- उपचारात्मक अध्यापन।
4- गणित एवं विज्ञान (Mathematics and Science) (60 प्रश्न)-
1- गणित (30 प्रश्न)
(A) विषय वस्तु -
- अंको को समझना
- अंकों के साथ खेलना
- पूर्ण अंक
- नकारात्मक अंक और पूर्णांक
- भिन्न
- बीजगणित का परिचय
- अनुपात और समानुपात
- मूल ज्यामिति
- बुनियादी आकारों को समझना
- सममिति
- निर्माण( सीधे किनारे वाले मापक, कोण मापक, प्रकार का प्रयोग करते हुए)
- क्षेत्रमिति
- आंकड़ा प्रबंधन
(B) गणित अध्यापन संबंधी मुद्दे (15 प्रश्न)-
- गणितीय/ तार्किक चिंतन की प्रकृति: बालक के चिंतन एवं तर्कशक्ति पैटरनो तथा अर्थ निकालने और अधिगम की कार्य नीतियों को समझना
- पाठ्य चर्चा में गणित का स्थान
- गणित की भाषा
- सामुदायिक गणित
- औपचारिक एवं अनौपचारिक पद्धतियों के माध्यम से मूल्यांकन
- त्रुटि विश्लेषण
- अधिगम एवं अध्यापन के प्रासंगिक पहलू
- उपचारात्मक शिक्षण।
- शिक्षण की समस्याएं
1- विज्ञान (30 प्रश्न)
(A) विषय वस्तु -
- भोजन के स्रोत
- भोजन के अवयव
- भोजन को स्वक्ष करना
- दैनिक प्रयोग की सामग्री
- जीव जंतुओं की दुनिया
- सचल वस्तुएं, लोग और विचार
- चीजें कैसे कार्य करती हैं
- विद्युत करंट और सर्किट
- प्राकृतिक संसाधन
- प्राकृतिक पद्धति
(B) विज्ञान अध्यापन संबंधी मुद्दे (15 प्रश्न)-
- विज्ञान की प्रकृति एवं संरचना
- प्राकृतिक विज्ञान/ लक्ष्य और उद्देश्य
- विज्ञान को समझना और उसकी सराहना करना
- दृष्टिकोण/ एकीकृत वैज्ञानिक दृष्टिकोण
- प्रेक्षण/ प्रयोग/ अन्वेषण विज्ञान की पद्धति
- अभिनवता
- पाठ्यचर्या सामग्री/ सहायता सामग्री
- मूल्यांकन - संज्ञात्मक/ मनोप्रेरक/ प्रभावन
- समस्याएं
- उपचारात्मक शिक्षण
4- सामाजिक अध्ययन/ सामाजिक विज्ञान (Social Studies/Social Science ) (60 प्रश्न)-
(A) विषय वस्तु -
(1) इतिहास (History)
- कब, कहां और कैसे
- प्रारंभिक समाज
- प्रथम कृषक और चरवाहे
- प्रथम शहर
- प्रारंभिक राज्य
- नए विचार
- प्रथम साम्राज्य
- सुदूरवर्ती भू-भागों के साथ संपर्क
- राजनीतिक गतिविधियां
- संस्कृति और विज्ञान
- दिल्ली के सुल्तान
- नए सम्राट और साम्राज्य
- वास्तु कला
- साम्राज्य का सृजन
- सामाजिक परिवर्तन
- क्षेत्रीय संस्कृतियों
- कंपनी शासन की स्थापना
- ग्रामीण जीवन और समाज
- उपनिवेशवाद और जनजातीय समाज
- 1857 का विद्रोह
- महिलाएं और उनका सुधार
- जाति व्यवस्था को चुनौती
- राष्ट्रवादी आंदोलन
- स्वतंत्रता के पश्चात भारत
2 - भूगोल (Geography)
- एक सामाजिक अध्ययन तथा एक विज्ञान के रूप में भूगोल
- ग्रह: सौरमंडल में पृथ्वी
- ग्लोब
- अपनी समग्रता में पर्यावरण: प्राकृतिक और मानव पर्यावरण
- वायु
- जल
- मानव पर्यावरण: बस्तियां, परिवहन और संप्रेषण
- संसाधन: प्रकार- प्राकृतिक एवं मानवीय
- कृषि
3- सामाजिक और राजनीतिक जीवन
- विविधता
- सरकार
- स्थानीय सरकार
- आजीविका हासिल करना
- लोकतंत्र
- राज्य सरकार
- मीडिया को समझना
- लिंगभेद समाप्ति
- संविधान
- संसदीय सरकार
- न्यायपालिका
- सामाजिक न्याय और सीमांत लोग
(B) अध्यापन संबंधी मुद्दे
- सामाजिक विज्ञान/ सामाजिक अध्ययन की अवधारणा और पद्धति
- कक्षा की प्रक्रियाएं, क्रियाकलाप और व्याख्यान
- विवेक चित चिंतन का विकास
- पूछताछ / अनुभवजन्य साक्ष्य
- सामाजिक विज्ञान/ सामाजिक अध्ययन पढ़ाने की समस्याएं
- स्रोत- प्राथमिक और माध्यमिक
- प्रोजेक्ट कार्य
- मूल्यांकन
Note - सीटेट (CTET) के इस तरह के संपूर्ण पाठ्यक्रम के लिए CTET की Official website देखें।
Thanks,
Have a nice day
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